रायपुर। छत्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा को 6 महीने का एक्सटेंशन मिल गया है। इसके लिए भारत सरकार ने आदेश जारी किया है। इस आदेश के बाद अशोक जुनेजा (IPS बैच-1989) अपने पद पर लगातार सेवा देते रहेंगे। जुनेजा को एक्सटेंशन देने के लिए राज्य सरकार ने ही केंद्र में प्रस्ताव भेजा था। जुनेजा अगस्त के पहले हफ्ते में रिटायर होने वाले थे। इससे पहले भूपेश सरकार ने भी सेवा-वृद्धि देकर पद पर बनाए रखा था। अब फिर से एक्सटेंशन मिलने के बाद अशोक जुनेजा फरवरी 2025 तक छत्तीसगढ़ के DGP बने रहेंगे।
क्यों मिला एक्सटेंशन?
अशोक जुनेजा के एक्सटेंशन के पीछे कई बड़ी वजह बताई जा रही है। इसमें एक भारतीय जनता पार्टी की नई सरकार आने के बाद नक्सल मोर्चे में जवानों को सफलता मिली है। उसके पीछे की अंतिम रणनीति पर मुहर के साथ ही सरकार और फोर्स में सामंजस्य बनाने में जुनेजा की अहम भूमिका रही है। चर्चा है कि सरकार नक्सल के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन में किसी भी तरह का रुकावट नहीं चाहती है। 11 नवंबर 2021 को तत्कालीन डीजीपी डीएम अवस्थी को हटाकर अशोक जुनेजा को छत्तीसगढ़ का प्रभारी डीजीपी बनाया गया था। इसके 10 महीने बाद राज्य सरकार ने 5 अगस्त 2022 को पूर्णकालिक डीजीपी बना दिया था।
रेस में थे कई नाम
इससे पहले चर्चा थी कि, अशोक जुनेजा के रिटायरमेंट के बाद आईपीएस अफसर अरुण देव गौतम छत्तीसगढ़ के नए डीजीपी हो सकते हैं। गौतम 1992 बैच के आईपीएस अफसर हैं। उनके अलावा 1992 बैच के आईपीएस अफसर पवन देव, 1994 बैच के आईपीएस हिमांशु गुप्ता के साथ ही राजेश मिश्रा का नाम भी रेस में चल रहा था। हालांकि अब फरवरी 2025 तक इस पर ब्रेक लग गया है।