रायपुर।सनद हो पूर्व सरकार में मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार के रूप मान सम्मान यस वैभव पाने वाले सरकार बदलते ही इरादे बदल दिए!पूर्वती सरकार ने जितना बढ़ा चढ़ाकर बखान किया गया था ।उस तराजू में यह 5% भी नहीं उतरे ऐसे अवसर वादी लोग अक्सर सत्ता धारी पार्टियों में सम्मिलित होते रहे है । नाही इनके आने से फर्क कांग्रेस पार्टी को पढ़ा था न जाने से पड़ेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रुचि गर्ग
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में सीएम भूपेश बघेल के मीडिया सलाहकार रहे वरिष्ठ पत्रकार रुचिर गर्ग ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बीते दिनों कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को अपना इस्तीफा भेज दिया। इस बात की चर्चा है कि वो अब पत्रकारिता जगत में वापसी कर सकते हैं। उनके इस्तीफे से कांग्रेस में हलचल मच गई है।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार में गर्ग कोर टीम का अहम हिस्सा थे। उन्होंने ने विधानसभा चुनाव 2023 के बाद स्वयं को सक्रिय राजनीति से अलग कर लिया था। हाल ही में हुए दक्षिण विधानसभा चुनाव में उन्हें अहम जिम्मदारी दी गई थी पर उन्होंने इसे व्यक्तिगत कारणों से निभाने में असमर्थता जताई थी। वह कारण कही आर्थिक विषय को दृष्टिगोचर तो नहीं करता ?क्या इन जैसे अवसर वादियों की वजह से रायपुर दक्षिण विधानसभा में एक युवा विधायक से जनता वंचित हो गई!यह प्रश्न चर्चा एक विषय है ।
राहुल गांधी ने दिलाई थी सदस्यता…राहुल गांधी ने उन्हें कांग्रेस की सदस्यता दिलाई थी। वे भूपेश बघेल टीम में कोर कमेटी टीम का अहम हिस्सा थे। मीडिया सलाहकार के रूप में उनकी अहम जिम्मेदारी थी। उन्होंने रायपुर के एक बड़े मीडिया संस्थान से पत्रकारिता छोड़कर साल 2018 में राजनीति में कदम रखा था, तब उनके फैसले से सभी हैरान रह गये थे यहां तक कि खुद कांग्रेसी भी। क्योंकि उनकी कांग्रेस में प्रवेश बेहद ही गोपनीय तरीके से कराई गई थी। खुद कांग्रेस नेताओं तक को भी इसकी भनक तक नहीं लग पाई थी। हाईकमान से लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेताओं से विचार विमर्श ना करने का परिणाम है रुचि गर्ग!