रायपुर। छत्तीसगढ़ की सियासत से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बता दें कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) सुप्रीमो रेणु जोगी ने पार्टी के कांग्रेस में विलय की इच्छा जताई है. इसके लिए उन्होंने पीसीसी चीफ दीपक बैज को पत्र लिखा है।हालांकि पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव इसके पक्ष में नहीं है।
बता दें कि कांग्रेस से निष्कासित किए जाने के बाद दिवंगत अजीत जोगी ने पार्टी बनाई थी, इस पार्टी ने साल 2018 विधानसभा चुनाव में 5 सीटें हासिल की थी, लेकिन 2023 में एक सीट पर भी जीत नहीं मिली थी।
रेणु जोगी ने दी जानकारी इसे लेकर मीडिया से बातचीत में रेणु जोगी ने कहा कि कांग्रेस में पार्टी के विलय के लिए पत्र लिखा है। उम्मीद है कांग्रेस पार्टी निर्णय लेगी। अजीत जोगी और हमारे परिवार को कांग्रेस ने बहुत दिया, हमारी विचारधारा भी वैसे ही है.साथ ही साथ कहा कि हम लोगों ने एक परिवार की तरह स्नेह सम्मान जो कुछ भी पाया है वो कांग्रेस पार्टी से ही पाया है। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि मैं अनुरोध भी करना चाहती हूं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सचिन पायलट और दीपक बैज हमारे अनुरोध पर सहानुभूति पूर्वक निर्णय लेंगे। हम सभी सदस्यों को पदाधिकारियों को वापस कांग्रेस पार्टी में लेंगे। इसके अलावा कहा कि हम शुरू से ही कांग्रेस से जुड़े हैं, हमारा पूरा परिवार हमारा भाई भी। इसलिए मैं हमेशा आभारी रहूंगी पार्टी की।
अंतागढ़ उपचुनाव के बाद अजीत और अमित जोगी ने छोड़ी थी कांग्रेस…साल 2014 में हुए बस्तर के अंतागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को चुनाव मैदान से हटाने के लिए कथित सौदेबाजी का एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ था। इसमें अजीत और अमित जोगी के शामिल होने के आरोप लगे थे।इसके बाद साल 2016 में कांग्रेस ने अमित जोगी को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया जबकि अजीत जोगी को नोटिस दिया गया था। इसके बाद अजीत और अमित जोगी ने नई पार्टी बनाने की कवायद शुरू कर दी।
लगाए जा रहे थे कयास… बता दें कि इसी साल के शुरूआत में दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ जोगी कांग्रेस के नेता अमित जोगी की मुलाकात हुई थी। इस संबंध में अमित जोगी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट करते हुए जानकारी दी थी। इसमें उन्होंने अपने और गृहमंत्री अमित शाह की फोटो शेयर करते हुए लिखा था ‘कल नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से शिष्टाचार भेंट हुई’। बता दें ये मीटिंग 8 जनवरी को हुई थी, जिसे लेकर पोस्ट अमित जोगी ने 9 जनवरी को की थी. ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे जनता कांग्रेस का भाजपा में विलय हो सकता है।
अजीत जोगी ने बनाई थी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) पार्टी…21 जून 2016 को छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ नाम से खुद की पार्टी बनाने का ऐलान किया था। जोगी की लोकप्रियता की वजह से ये माना जा रहा था कि प्रदेश में सरकार बनाने में जोगी कांग्रेस की निर्णायक भूमिका होगी।पार्टी बनने के बाद भी रेणु जोगी काफी समय तक कांग्रेस में रहीं लेकिन 2018 के चुनाव में उन्होंने कोटा विधानसभा से जेसीसीजे से ही चुनाव लड़ा।
उपचुनाव से पहले चरणदास महंत से हुई थी मुलाकात…रायपुर दक्षिण के उपचुनाव से पहले अमित और रेणु जोगी ने नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत से मुलाकात की थी। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान कांग्रेस वापसी की भी चर्चा हुई थी। जेसीसीजे ने दक्षिण उपचुनाव में कांग्रेस को निशर्त समर्थन देने का ऐलान किया था। हालांकि इस समर्थन का कोई फायदा कांग्रेस को नहीं मिला।