छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को लेटर लिखा है। भूपेश बघेल ने अपने लेटर में कहा कि उन्हें फंसाने की लिए गहरी साजिश हो रही है। उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने यह लेटर कोयला परिवहन घोटाले को लेकर लिखा है।
- भूपेश बघेल ने चीफ जस्टिस को लिखा लेटर
- कोयला परिवहन घोटाले में साजिश का आरोप
- लेटर में पूर्व सीएम ने किए कई खुलासे
- कहा- एक आईपीएस मुझे फंसाना चाहते हैं
रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को लेटर लिखा है। 7 पेज के लेटर में भूपेश बघेल ने कई ऐसी बातें लिखी हैं जो चौंकाने वाली हैं। भूपेष बघेल ने कहा कि मेरे खिलाफ साजिश की जा रही है और मुझे कई केसों में फंसाने की योजना है। कोयला परिवहन घोटाले में जेल में बंद कारोबारी सूर्यकांत तिवारी का लेटर वायरल होने के बाद सियासत तेज हो गई है। भूपेश बघेल सूर्यकांत तिवारी से मिलने के लिए जेल भी गए थे लेकिन उनको मिलने नहीं दिया गया।
क्या लिखा भूपेश बघेल ने? भूपेश बघेल ने लेटर में लिखा है- “मैंने 17 दिसंबर 2018 से 3 दिसंबर 2023 तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। इस अवधि के दौरान मैंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी ईमानदारी, निष्ठा और गरिमा के साथ किया तथा सर्वोच्च संवाधानिक मर्यादाओं का पूर्ण पालन किया। देश के सर्वोच्च न्यायिक पद पर आपकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के कारण आपकी व्यस्तता से मैं अवगत हूं परंतु छत्तीसगढ़ में जो संविधान हत्यात्मक परिस्थितियां लगातार बन रही हैं। इसकी वजह से मैं आपको व्यक्तिगत रूप से पत्र लिखने के लिए बाध्य हुआ हूं।छत्तीसगढ़ में कोयला परिवहन में कथित अवैध वसूली के एक प्रकरण में जांच ईडी द्वारा विगत चार वर्षों से की जा रही है। राज्य में पिछले नवंबर में हुए चुनाव के बाद सत्ता परिवर्तन हुआ। इसके बाद राज्य की एसीबी/ईओडब्ल्यू द्वारा भी एक प्रकरण दर्ज किया गया। इन अभियुक्तों में सूर्यकांत तिवारी नाम के व्यापारी हैं। तिवारी ने 9 सितंबर विशेष न्यायाधीश के समक्ष एक आवेदन दिया है।
इस आवेदन के अनुसार, 8 सितंबर को एसीबी/ईओडब्ल्यू के निदेशक आईपीएस अमरेश कुमार मिश्रा जेल पहुंचे और उन्होंने सूर्यकांत तिवारी से कहा कि वे कोयला परिवहन के कथित अपराध में मेरी (भूपेश बघेल) की संलिप्तता को स्वीकार करें। तिवारी के अनुसार, अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें अन्य प्रकरणों में भी आरोपी बना दिया जाएगा और परिजनों को भी जेल भेज दिया जाएगा।
मेरा नाम जोड़ने की साजिश…भूपेश बघेल ने आगे लिखा- “महोदय मैं आपसे अनुरोध करना चाहता हूं कि यह पूरी प्रक्रिया न केवल विधि के आदारभूत सिद्धांतों के विपरीत है बल्कि यह पूर्वाग्रहों से भरी एक सुनियोजित साजिश है। इस साजिश का उद्देश्य मेरा नाम किसी भी तरह से एक अपराध में जोड़ना है और एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी षड्यंत्र कर रहे हैं।” भूपेश बघेल ने कहा कि मैं ने किसी भी आपराधिक मामले की जांच में कोई बाधा नहीं डाली है। ईडी ने मुझपर और मेरे करीबी लोगों पर जिस तरह के गंभीर आरोप लगाने की कोशिश की है उसमें मुझे एक राजनीतीक षड्यंत्र की बू आती है। अवैध आरोपों के माध्यम से मेरे राजनीतिक करियर को समाप्त करना है।
हस्ताक्षेप करने की अपील…भूपेश बघेल ने इस पूरे मामले में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को लेटर लिखकर कहा है कि संविधान का सर्वोच्चता को बनाए रखने के लिए आप से हस्ताक्षेप की प्रार्थमा करता हूं। इससे संविधान पर जनता को विश्वास बना रहेगा और न्याय सुनिश्चित होगा।