रायपुर। छत्तीसगढ़ में बिगड़ती कानून-व्यवस्था और बलौदाबाजार हिंसा में निर्दोष लोगों की गिरफ्तारी का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने राज्यपाल से मुलाकात की। गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन से कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल राजभवन पहुंचा। इसका नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज कर रहे थे।कांग्रेस ने अपनी शिकायत में कहा कि, रायपुर में क्राइम आउट ऑफ कंट्रोल हो गया है। दीपक बैज ने कहा कि, जब से राज्य में भाजपा की सरकार बनी है, राजधानी में औसतन रोज तीन हत्या हो रही है। ऐसा कोई दिन नहीं होता, जब भयावह हत्या की एक-दो घटनाएं न होती हो।
महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ा अपराधी इतने बेलगाम हो गए हैं कि, सरेआम सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर चाकू मार रहे हैं। पुलिस मूक दर्शक बनी रहती है। रोज हो रहे सामूहिक दुष्कर्म की घटनाओं से प्रदेश शर्मसार है। पूरे प्रदेश में नागरिकों को भय के माहौल में जीवन जीना पड़ रहा है। साय सरकार के राज में महिलाओं के प्रति अपराधों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो गी है।मासूम बच्चियों के साथ घृणित दुराचार की घटनाएं बढ़ गई है। रोज समाचारों में प्रदेश भर में तीन से चार मासूम अबोध बच्चियों के साथ और सामूहिक दुराचार की घटनाओं की खबरें सामने आ रही है।
9 महीने में प्रदेश में 600 से अधिक हत्याएं कांग्रेस ने दावा किया है कि, 9 महीने में प्रदेश में 600 से अधिक हत्याएं हुई है। 3094 से अधिक महिला अनाचार की घटनाएं हुई है। रायपुर में चार गोलीकांड हो गया। लूट, चाकूबाजी और चैन स्नेचिंग राजधानी की पहचान बन गई है। राह चलते आम आदमी को चाकू मारा जाता है। गुंडे अपराधी भी बेलगाम हो गए हैं।
कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब- बैज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि, साय सरकार के 9 महीने में छत्तीसगढ़ बदहाल हो गया। कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई। एसपी-कलेक्टर कार्यालय जला दिया गया। हत्याओं का नया रिकॉर्ड बन गया। प्रदेश में मॉब लिंचिंग शुरू हो गई। आरंग में दो लोगों की पीट-पीट कर हत्या हो गई। गौ तस्करी की घटनाएं शुरू हो गई।महिलाओं के प्रति अपराधों में बढ़ोतरी हो गई। पोटाकेबिन में बच्ची की जलकर मौत, अबोध बच्ची मां बनी और नारायणपुर में मासूम बच्चियों से स्कूल में छेड़खानी। बलात्कार, सामूहिक बलात्कार, लूट, अपराध, डकैती, चाकूबाजी की घटनाए बढ़ गई। अपराध और अपराधी बेलगाम हो चुके है।
2018 के पहले भी भाजपा की रमन सरकार में पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाओं में अराजकता का माहौल था। अवैध कारोबार, भू-माफिया, रेत माफिया, गांजा तस्कर, ड्रग्स तस्कर, मानव तस्करों का बोलबाला था। आज फिर वही स्थिति निर्मित हो गई है। कांग्रेस सरकार में जो मजबूत कानून व्यवस्था थी, उसे 9 महीने में ही साय सरकार ने पलीता लगा दिया है।