महादेव एप को सीबीआई को सौंपने से पहले जनता के इस विषय पर प्रदेश के गृह मंत्री काश गौर किए होते?

सीजी दिल से ( खबर दिल से) एक सर्वे के आधार पर जनता का रुझान इस विषय पर जाना

रायपुर। बहुचर्चित महादेव एप एवं सट्टा कारोबार से जुड़े लोगों पर की गई कार्यवाही क्या सरकार बदलते राजनैतिक नेताओं के नजरिए से सियासत का केंद्र हो रही है!जबकि राज्य सरकार भली भांति जानती है पूर्वज सरकार ने शोकास लेटर से लेकर महादेव एप से जुड़े गुर्गों पर लगातार कार्यवाही हुई और लगातार प्रकरण दर्ज हुई किंतु?पूर्वज सरकार के कार्यवाही पर केंद्र सरकार कोई ठोस पहल करती तो सीबीआई जैसे एक बड़े जांचिए संगठन व विभाग का सट्टे जैसे प्रकरण में शामिल किया जाना बुद्धि जीवी वर्ग में कोलाहल का विषय बना हुआ है वर्तमान सरकार की कार्यवाही की बात तो कर रही है किंतु क्या ?राज्य सरकार के नुमाइंदों ने कभी यहां जानने का प्रयास किया कि बैंक फ्रॉड ,फर्जी एकाउंट, महादेव एप जैसे मसलों पर कार्यवाही मात्र खाना पूर्ति नजर आती है मुख्य रूप से महादेव एप जुड़े लोगों से वसूली का एक बड़ा माध्यम बन चुका है जिसका लाभ निचले स्तर के सिपाही अधिकारी ले रहे है !यह भी एक चिंता का विषय है।प्रश्न यह है सरकार महादेव एप के प्रतिबंध के लिए कटिबद्ध है तो केंद्र सरकार की खामोश समझ के परे है ?विषय वस्तु पर ध्यान देने योग्य बात यह कि महादेव सट्टा एप का कारोबार सिर्फ छत्तीसगढ़ में है ?क्या सिर्फ भिलाई में है?या एक योजनाबद्ध तरीके से दुर्ग भिलाई छत्तीसगढ़ को सुर्खियों में लाकर अन्य राज्यों को गुप्त रूप से लाभ पहुंचने का साजिश तो नहीं रची जा रही है?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!