रायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज मुख्यालय में आरईसी (ग्रामीण विद्युतीकरण निगम) के चेयरमेन-एमडी विवेक कुमार देवांगन ने विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने पीएम-सूर्यघर योजना एवं आरडीएसएस योजना के विभिन्न घटकों के कार्य तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए और कहा कि इस योजना को प्रदेश के घरेलू उपभोक्ताओं तक पहुँचाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। शहरी क्षेत्रों में बने पक्के मकानों की छतों में सोलर पैनल लगाकर लोगों को बिजली उत्पादन के लिए प्रेरित करें, इससे उनके घर का बिजली बिल बहुत कम हो जाएगा।छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज के डंगनिया स्थित मुख्यालय विद्युत सेवा भवन में 6 मई को आयोजित बैठक की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर कंपनीज के चेयरमेन पी दयानंद ने की। इस अवसर पर प्रबंध निदेशक द्वय राजेश कुमार शुक्ला एवं एसके कटियार विशेष रूप से उपस्थित थे। देवांगन ने कहा कि पीएम सूर्यघर योजना, आर.डी.एस.एस का प्रस्तुतिकरण देखा तथा बिंदुवार विषयों की समीक्षा की। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इन दोनो योजनाओं के क्रियान्वयन में छत्तीसगढ़ को देश के पाँच अग्रणी राज्यों में शामिल कराने के लिए गंभीरता से प्रयास करेंगे।पॉवर कंपनी के अधिकारियों ने बैठक में बताया कि प्रदेश में 60 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति की जा रही है। इनमें से 42 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को 400 यूनिट तक की खपत पर हाफ बिजली योजना का लाभ दिया जाता है, उन्हें आधा बिल देना होता है। पीएम सूर्यघर योजना के तहत यदि वे अपने घर की छत पर सोलर प्लांट लगवाते हैं तो उनका बिजली बिल और भी कम हो जाएगा, जिससे उन्हें प्रत्यक्ष आर्थिक लाभ होगा। आरईसी के सीएमडी देवांगन ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे और हर आवेदक से स्वयं संपर्क कर उनकी समस्याओं का निराकरण करें। उन्हें इस योजना के लिए बैंक से वित्तीय ऋण उपलब्ध कराने में सहयोग करें। उन्होंने वेंडरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि प्रति सौ उपभोक्ताओं के बीच एक वेंडर हो। वेंडर से संपर्क स्थापित कर इस प्रक्रिया को 15 से 20 दिन में पूर्ण कराएं ताकि इस योजना के लक्ष्य को जल्द से जल्द प्राप्त कर लिया जाए। देवांगन ने आरडीएसएस योजना के तहत प्रदेशभर में लगने वाले सभी स्मार्ट मीटर की प्रगति की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने के लिए सभी प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है, वितरण ट्रांसफॉर्मर और फीडर में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, इसके बाद घरेलू उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। देवांगन ने कहा कि स्मार्ट मीटर से पीएम सूर्यघर योजना के लिए अलग से नेट मीटर लगाने की आवश्यकता नहीं रहेगी। प्रदेश में ऐसी भूमि पर बड़े पैमाने में सोलर परियोजनाएं स्थापित की जाए जहाँ खेती नहीं होती है। वहीं पीएम सूर्यघर योजना के हितग्राहियों की संख्या बढ़ाने के लिए अधिक एजेंसियों द्वारा बड़े पैमाने पर कार्य किया जाए। उन्होंने छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के लाइन लॉस एवं बकाया बिलों व लाभ की भी जानकारी ली। बैठक में आरईसी के प्रोजेक्ट हेड प्रदीप फैलोस सहित पॉवर कंपनी के कार्यपालक निदेशक सर्वश्री भीम सिंह कंवर, आरए पाठक, वीके साय, आलोक सिंह, श्रीमती सरोज तिवारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। योजनाओं का पाॅवर पाइंट प्रस्तुतिकरण सीई राजेन्द्र प्रसाद एवं एसई एन बिम्बिसार ने किया । कार्यक्रम का संचालन अतिरिक्त महाप्रबंधक उमेश कुमार मिश्र ने किया ।