मुख्यमंत्री ने कहा – नक्सलियों द्वारा किया गया कायराना हमला न केवल हमारे जवानों पर, बल्कि लोकतंत्र और शांति के मूल्यों पर भी प्रहार
किसी भी हाल में हिंसा और आतंक को सहन नहीं किया जाएगा, नक्सलियों के खात्मे के लिए अभियान निरंतर रहेगा जारी – मुख्यमंत्री
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज दंतेवाड़ा के कारली पुलिस लाइन में सोमवार को बीजापुर जिले के कुटरू-बेदरे मार्ग पर ग्राम अंबेली में आईडी ब्लास्ट में शहीद जवानों एवं वाहन चालक के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शहीद जवानों के परिजनों से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त की और उन्हें ढांढस बंधाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर कदम पर राज्य सरकार उनके साथ है।
उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा, वन मंत्री एवं प्रभारी मंत्री केदार कश्यप, बस्तर सांसद महेश कश्यप, विधायक दंतेवाड़ा चौतराम अटामी, विधायक बीजापुर विक्रम मण्डावी, पूर्व सांसद दीपक बैज, पूर्व विधायक देवती कर्मा सहित डीजीपी अशोक जुनेजा, मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत, एडीजीपी विवेकानंद सिन्हा, कमिश्नर बस्तर डोमन सिंह, आईजी बस्तर रेंज सुंदरराज पी, डीआईजी द्वय कमलोचन कश्यप एवं अमित काम्बले, कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, पुलिस अधीक्षक गौरव राय सहित पुलिस एवं सीआरपीएफ के अधिकारी तथा अन्य जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों द्वारा शहीद जवानों एवं वाहन चालक के पार्थिव शव पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
मुख्यमंत्री साय सहित उपमुख्यमंत्री एवं वन मंत्री ने शहीद जवान बामन सोढ़ी के पार्थिव शरीर को कंधा देकर उनके गृह ग्राम के लिए रवाना किया। साथ ही अन्य शहीद जवानों एवं वाहन चालक के पार्थिव शव को उनके गृह ग्राम रवाना किया गया।मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि बीजापुर के कुटरू क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा किया गया कायराना हमला न केवल हमारे जवानों पर, बल्कि लोकतंत्र और शांति के मूल्यों पर प्रहार है। जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। नक्सलियों के खात्मे के लिए अभियान निरंतर जारी रहेंगे।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि किसी भी हाल में हिंसा और आतंक को सहन नहीं किया जाएगा। हमारी सरकार बस्तर संभाग में शांति स्थापित करने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है और मार्च 2026 तक प्रदेश में नक्सलवाद समाप्त होकर ही रहेगा।उल्लेखनीय है कि बीजापुर जिले के कुटरू क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी ब्लास्ट के चपेट में आने से डीआरजी के 8 जवान सहित एक वाहन चालक शहीद हो गए।