पंडवानी गायन पद्मभूषण से सम्मानित डॉ.तीजन बाई को नहीं मिल रही पेंशन;विधायक रिकेश सेन अपने मानदेय का एक लाख रूपया देंगे, कहा – उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की है कामना

भिलाई नगर। छत्तीसगढ़ की पंडवानी गायन विधा को विदेशों तक पहुंचाने वाली पद्मश्री पदम् विभूषण और पद्मभूषण से सम्मानित डॉ. तीजन बाई के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने अपने मानदेय से उन्हें एक लाख रूपये देने का निर्णय लिया है‌। संस्कृति विभाग से लगातार आवेदन करने के बाद भी कोई मदद नहीं मिलने के बाद उनका दर्द समझकर उनके इलाज के लिए मदद को आगे आए विधायक रिकेश सेन।

श्री सेन ने बताया कि… यह राशि अस्वस्थ तीजन बाई की दवा में काम आएगी। आपको बता दें कि जिस आवाज पर हजारों तालियां बजती थीं अब यह पांडवों की कथा कापालिक शैली में सुनाने वाली तीजन बाई की आवाज फीकी पड़ती जा रही है। तीजन देश की एक मात्र ऐसी महिला हैं, जिन्हें पद्मश्री, पद्म भूषण और पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया है।

दुर्ग जिले के गनियारी गांव में रहने वाली पारधी समाज से आने वालीं पदम् विभूषण से सम्मानित तीजन बाई ने अपना जीवन पंडवानी गायन विधा को समर्पित कर दिया था। पिछले करीब डेढ़ साल से तीजन बाई लकवा की वजह से बिस्तर पर ही हैं। उनको ब्लड प्रेशर की भी समस्या है। विधायक रिकेश सेन ने कहा कि हाल ही में समाचार उन्हें मिला कि इलाज में होने वाला खर्च तीजन बाई की जमा पूंजी से किया जा रहा है, परिवार की आर्थिक स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है। इसलिए मैंने अपने इस माह के मानदेय से एक लाख रूपये तीजन बाई के उपचार और दवा के लिए देने का निर्णय लिया है।

दवाई और इलाज में हर महीने 15-16 हजार रुपए खर्च…हम अब तक मां का इलाज जमा पूंजी से करवाते रहे हैं। बेटा दिलहरण बहुत पैसा लगा चुका है। अब दिक्कत हो रही है। हर महीने दवाई आदि में 15-16 हजार रुपए खर्च होते हैं। डाइपर ही 5000 रुपए के लग जाते हैं। सहायता राशि के लिए आवेदन दिया है, पर नहीं मिली है।- वेणु, तीजन की बहू

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