कवर्धा ।छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद सन 2000 से 2003 से कांग्रेस की सरकार रही । सन 2003 से लगातार 15 साल बीजेपी रही । उसके बाद सन 2018 में कांग्रेस की सरकार आई ।सरकार के कामकाज से लगता था की सरकार अब रिपीट होगी लेकिन चुनाव के 8- 6 महीने पहले कोल घोटाला,शराब ,खनिज,महादेव,में बड़े नेताओं अधिकारियों के नाम आने के बाद सरकार की स्थिति ठीक नहीं दिखी ,लेकिन बड़े राजनीतिक चाणक्य कहते थे की सरकार कांग्रेस की ही बनेगी लेकिन उसके विपरीत रिजल्ट आया और बीजेपी ने 2023 का चुनाव बहुमत से जीत लिया।लेकिन चुनाव संपन्न होते ही ऐसा लग रहा था की सरकार जैसे 15 साल चली वही नेता मंत्री और सीएम कोई नया फेस होगा लेकिन हाईकमान ने सब को चौका दिया ।कई बड़े कद्दावर नेताओं को साइड लाइन कर प्रथम बार चुनाव जीतने वालो को मंत्री बना दिया गया ।सब से बड़ी चोकाने वाली बात ये रही की कांग्रेस शासन में काल में कवर्धा बहुचर्चित झंडा कांड में उठे उपवाद में जेल गए,विजय शर्मा को गृह मंत्री के साथ उप मुख्यमंत्री की बड़ी जिम्मेदारी देकर चौका दिया गया।
छत्तीसगढ़ के राजनीतिक पंडित इस हाईकमान के इशारे को बखूबी समझ लिए थे।लेकिन सरकार बनने के 3-4 महीने के अंदर ही छत्तीसगढ़ में अपराध के बढ़ते ग्राफ से बीजेपी चिंतित थी लोकसभा चुनाव में ऐसा लग रहा था की बीजेपी इस बार अपने पुराने रिकार्ड को बरकार नही रख पाएगी ,लेकिन ऐसा नहीं हुआ उम्मीद से जायदा बढ़िया रिजल्ट आया।लेकिन छत्तीसगढ़ के कवर्धा में बड़े कांड ने छत्तीसगढ़ के राजनीति को हिला के रख हुआ है।
साधराम यादव की हत्या जैसी बड़ी घटना के बाद यादव समाज का उग्र प्रदर्शन होना,लोहारीडीह में 3 लोगो की मौत होना शासन प्रशासन पर सवाल खड़े करता है!शिव प्रकाश साहू की पेड़ पर लटकी लाश लोहारीडीह गांव से 10 किलोमीटर दूर एमपी सीमा क्षेत्र में मिली, शिव प्रकाश शनिवार दोपहर 2:00 बजे से लापता था उपसरपंच रघुनाथ साहू से शिव प्रकाश का सालो पुराना विवाद चल रहा था ।
कुछ दिन पहले भी दोनों के बीच विवाद हुआ था ।लाश मिलने पर शिवप्रकाश के परिजनों ने रघुनाथ साहू पर हत्या का शक जताया और मारपीट का घर में आग लगा दिए जिसमे रघुनाथ साहू जिंदा जल गया पुलिस को भी गांव में घुसने नहीं दिया गया।पथराव भी हुआ इसमें एसपी सहित कई पुलिस कर्मियों को चोट आई ।देर शाम फिर पुलिस पहुंची कुछ लोगो को गिरफ्तार किया गया ।गिरफ्तारी का दौर सुबह भी चलता रहा ।
60 से जायदा लोगो की गिरफ्तारी हुई ।इसमें प्रशांत साहू और उनका पूरा परिवार शामिल था।बेरहमी से लाठीचार्ज का वीडियो भी वायरल हुआ ।जिसे 16 सितंबर का बताया जा रहा है शिव प्रकाश साहू का अंतिम संस्कार हुआ रघुनाथ साहू को पोस्टमार्टम हुआ पूर्व सीएम भूपेश बघेल ग्राम लोहारीडीह पहुंचे ग्रामीणों से बातचीत की आरोप प्रत्यारोप का दौर चला।हिरासत में लिए गए प्रशांत साहू की मौत हो गई। पुलिस की पिटाई से मौत की बात सामने आई। प्रशांत के दो भाई और मां भी पुलिस हिरासत में थी,बंदी से मारपीट के आरोप में देर शाम आईपीएस डीएसपी विकास कुमार को सस्पेंड किया गया प्रशांत साहू का अंतिम संस्कार किया गया ।
इसमें भूपेश बघेल दीपक बैज समेत कई नेता शामिल हुए ।अंतिम संस्कार के बाद प्रशांत साहू की मां ने रोते बिलखते आप बीती बताइए प्रशांत के भाई दीपक ने कहा कि मेरे भाई को बेरहमी से मार दिया गया ।सरकार ने मुआवजा देने कहा प्रशांत की मां ने मना कर दिया ।अब एसपी कलेक्टर टिआई कई आरक्षक हटाए गए ।क्या अब खानापूर्ति होगी !साहू समाज सड़को में कब आएगा !देखना ये है! कवर्धा में लगातार ऐसे बड़े कांड क्यों हो रहे है!क्या बलौदाबाजार कांड दोहराने की साजिश थी!विपक्ष लगातार बीजेपी पर आक्रामक हो रही है ।भूपेश बघेल लगातार अधिकारियों को बेलगाम बता रहे है ।।अब राजनीति किस करवट लेगी देखना बाकी है।