बिरनपुर हिंसा में हिंदू भाई भुनेश्वर के अलावा मेरे पति रहीम और बेटे ईदुल मोहम्मद की भी हत्या हुई थी, लेकिन उसकी कोई जांच पड़ताल नहीं हुई। भुनेश्वर की हत्या की जांच तो CBI कर रही है, लेकिन हमारी सुनने वाला कोई नहीं है। कोई ये नहीं बताता कि उनके कातिल कब मिलेंगे’
अलहम बी अपने पोते के साथ रहती है, इन्हें घटना के बाद कोई मुआवजा भी नहीं मिला।
ये कहते हुए अलहम बी की बेबसी साफ दिखाई देती है। उन्होंने बेमेतरा के बिरनपुर में साल भर पहले हुई सांप्रदायिक हिंसा में अपने पति और बेटे को खो दिया है। इस गांव की सरहद पर अलहम बी के पति रहीम और बेटे ईदुल मोहम्मद की भी हत्या कर दी गई थी।
भुनेश्वर साहू की तरह इन दोनों की हत्या का भी मामला अब तक अनसुलझा है। अलहम बी अब 8 साल के पोते दिस्तार के साथ रहती है। दादी और पोता ही एक दूसरे का सहारा हैं। मामले की पूरी जांच या गुनहगारों को सजा दिलाने कोशिशों से ज्यादा अलहम बी इस वक्त अपने ही दुख से ज्यादा दुखी है।
अलहम बी बताती हैं कि घटना वाले दिन उनके शौहर और बेटा बकरी चराने के लिए गए थे। तभी उनकी मारपीट कर हत्या कर दी गई। सब बकरियां भी ले गए। अब सरकार जो चावल दे रही है, उसी से घर चलता है। हम दोनों (दादी-पोते) पानी में घोलकर पी लेते हैं। बच्चे की देखभाल के लिए मैं ही हूं। पोते दिस्तार की मां की मौत इसके जन्म के समय ही हो गई थी|
बिरनपुर हिंसा में 7 FIR, पर CBI जांच सिर्फ भुनेश्वर हत्याकांड की
बिरनपुर हिंसा मामले में पुलिस ने 7 FIR दर्ज की थी। इन्हीं में से एक FIR रहीम मोहम्मद और उसके बेटे ईदुल मोहम्मद की हत्या की भी है। इसमें पुलिस ने 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इन सभी आरोपियों को जमानत भी मिल चुकी है। साजा विधायक और भुनेश्वर के पिता ईश्वर साहू की मांग पर CBI जांच शुरू हुई है, लेकिन वो सिर्फ भुनेश्वर हत्याकांड की ही जांच करेगी।
विधानसभा में विधायक ने लिया था अंजोर यदु का नाम
बजट सत्र के दौरान 21 फरवरी को ईश्वर साहू ने मामले CBI जांच की मांग करते हुए ध्यानाकर्षण लगाया था। इसमें लिखा था कि घटना की शुरुआत गांव के ही अंजोर यदु के द्वारा आरोपी पक्ष को भड़काने से हुई थी, उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
सदन में ईश्वर साहू ने कहा कि, इस मामले में 36 नामजद आरोपी बनाए गए थे। जिसमें से केवल 12 गिरफ़्तार हुए।
भुनेश्वर साहू की हत्या को 1 साल का वक्त हो गया है। भुनेश्वर के पिता ईश्वर साहू साजा विधानसभा के विधायक है
27 अप्रैल 2024 को CBI पहली जांच के लिए बिरनपुर पहुंची
भुनेश्वर की हत्या के मामले में दर्ज FIR को अपने यहां रजिस्टर कर CBI ने केस को टेक ओवर कर लिया है। 27 अप्रैल को बेमतरा, साजा और बिरनपुर जाकर स्थानीय अधिकारियों से मामले की चर्चा भी की है। अब पुलिस विवेचना के बिन्दुओं की पूरी जानकारी लेकर CBI नए सिरे से तमाम पहलुओं की जांच करेगी। फिर से घटना से जुड़े सभी लोगों से CBI पूछताछ कर सकती है।
MLA ईश्वर साहू ने व्यस्त होना बताकर कहा कि वे कोर्ट में गवाही नहीं देने नहीं आ सकते हैं।
अब तक गवाही देने नहीं गए ईश्वर साहू
विधायक ईश्वर साहू और उनके भाई भागीरथी साहू समेत तमाम गवाहों को भुनेश्वर साहू मौत के मामले 6 बार जमानती वारंट देकर बेमेतरा कोर्ट बुलाया गया, लेकिन एक बार भी इस मामले में गवाही देने कोई नहीं पहुंचा। वहीं विधायक बनने के बाद 11 जनवरी 2024 को ईश्वर साहू की तरफ से कोर्ट में आवेदन कर ये बताया गया कि विधायक होने की वजह से जरूरी पार्टी कार्यक्रम में व्यस्त हैं। बाकी गवाह भी कार्यक्रम में कार्यकर्ता के रूप में व्यस्त हैं, इसलिए वे कोर्ट में गवाही देने नहीं आ सकते। जबकि इस पूरे प्रकरण में ईश्वर साहू की गवाही महत्वपूर्ण थी