
रायपुर।छत्तीसगढ़ में गर्मी का असर बढ़ता जा रहा है. राज्य के कई हिस्सों में तापमान तेजी से बढ़ा है। जिससे लोगों को तेज धूप और गर्म हवाओं का सामना करना पड़ रहा है। बीते 24 घंटों में प्रदेश के सबसे गर्म स्थान के रूप में सारंगढ़-भिलाईगढ़ दर्ज किया गया। जहां अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहीं, सबसे ठंडा स्थान बलरामपुर-रामानुजगंज रहा। जहां न्यूनतम तापमान 13.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हालांकि, मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में तापमान में मामूली उतार-चढ़ाव हो सकता है। 16 मार्च से बंगाल की खाड़ी से ठंडी और नमीयुक्त हवाओं के आगमन से मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है।
इन जिलों में जारी किया गया था यलो अलर्ट
शनिवार को मौसम विभाग ने 16 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया था। इसमें बालोद, बलौदाबाजार, बिलासपुर, धमतरी, दुर्ग, गरियाबंद, जांजगीर-चांपा, कांकेर, कोरबा, महासमुंद, मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी, रायगढ़, रायपुर, राजनांदगांव, सक्ती, सारंगढ़ बिलाईगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर लू चलने की संभावना जताई थी।
मध्य छत्तीसगढ़ में ग्रीष्म लहर का असर
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, मध्य छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर गर्मी की लहर (हीट वेव) चली। मौसम विज्ञान के अनुसार, किसी स्थान पर हीट वेव घोषित करने के लिए दो शर्तें पूरी होनी चाहिए:अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक हो, अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस या अधिक बढ़ जाए। इन मानकों के अनुसार, प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में गर्मी की लहर दर्ज की गई।
आने वाले दिनों में क्या रहेगा मौसम का हाल?
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 48 घंटों में अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होगा। इसके बाद अगले तीन दिनों में तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। इसके अलावा, 16 मार्च से बंगाल की खाड़ी से आने वाली ठंडी और नमीयुक्त हवाओं की गहराई 1.5 किलोमीटर तक होने की संभावना है। इसके कारण प्रदेश में हल्के बादल छाने की स्थिति बन सकती है। एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा भी हो सकती है।
रायपुर का मौसम कैसा रहेगा?
राजधानी रायपुर में 16 मार्च को आकाश आंशिक रूप से बादलों से घिरा रह सकता है। अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर
उत्तर भारत के मौसम में बदलाव लाने वाला पश्चिमी विक्षोभ इस समय उत्तरी पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में समुद्र तल से 3.1 से 9.6 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में मौजूद है। हालांकि, इसका छत्तीसगढ़ पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा और प्रदेश में मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहने की संभावना है।
गर्मी से कब मिलेगी राहत?
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा का मानना है कि 16 मार्च के बाद तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है। ठंडी और नमीयुक्त हवाओं के कारण कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। जिससे गर्मी से थोड़ी राहत मिलेगी। हालांकि, मध्य छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में गर्मी की लहर चलने की संभावना बनी रहेगी। प्रदेशवासियों को सलाह दी जाती है कि गर्मी से बचाव के लिए पर्याप्त पानी पिएं, धूप में निकलने से बचें और हल्के व सूती कपड़े पहनें।
छत्तीसगढ़ प्रदेश के संभागों में संभावित तापमान मौसम रिपोर्ट के अनुसार, 16 मार्च 2025 को छत्तीसगढ़ के सभी संभागों में तापमान में मामूली उतार-चढ़ाव रहेगा।बस्तर, सरगुजा, रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभागों में अधिकतम तापमान 38°C से 41°C के बीच रहने की संभावना है। जबकि न्यूनतम तापमान 20°C से 25°C तक दर्ज किया जा सकता है। सारंगढ़ भिलाईगढ़, रायपुर और दुर्ग संभाग के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 40°C के पार जा सकता है, वहीं सरगुजा और बस्तर संभाग में न्यूनतम तापमान अपेक्षाकृत कम रह सकता है। बंगाल की खाड़ी से आ रही ठंडी और नमीयुक्त हवाओं के प्रभाव से कुछ इलाकों में आंशिक बादल छाने और हल्की वर्षा की संभावना बनी हुई है।