दुर्ग। भिलाई के सुपेला में अंसारी बिरयानी सेंटर का मालिक एक नाबालिग बच्चे से काम करवा रहा था। चाइल्ड लाइन की टीम को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, वे वहां पहुंच गए। टीम ने बच्चे को छुड़ाया और संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन के स्टेट कोऑर्डिनेटर विपिन ठाकुर ने बताया कि, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से एक महीने का जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत सोमवार को दुर्ग और भिलाई के कई दुकानों को चेक किया गया। उन्हें एक प्रतिष्ठान में यह बच्चा काम करते हुए मिला।
बच्चे का रेस्क्यू मालिक पर एफआईआर…सोमवार देर शाम सुपेला के अंसारी बिरयानी सेंटर में काम करने वाले बाल श्रमिक को चाइल्ड लाइन और महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने रेस्क्यू किया। इसके बाद टीम के मेंबर बच्चे को साथ लेकर सुपेला थाने पहुंचे। टीम के लोगों ने बिरयानी सेंटर के मालिक के खिलाफ बालक श्रम अधिनियम 1986 के तहत धारा BNS 14,146 तहत एफआईआर कराई है। पुलिस ने बिरियानी सेंटर के संचालक के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद बच्चे के माता-पिता को थाने बुलाया। इसके बाद चाइल्ड लाइन की टीम ने सीडब्ल्यूसी के सामने बच्चे से पूछताछ की। उसके बाद उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया।
एक महीने के लिए चलाए जा रहा है अभियान विपिन ठाकुर ने बताया कि…राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से 21 अक्टूबर से 20 नवंबर तक अभियान चलाया जा रहा है। बाल श्रमिकों के रेस्क्यू के अभियान के तहत संगठन का वॉलंटरी एक्शन की टीम ने दुर्ग जिले की कई दुकानों में जांच की। यह जांच आगे भी जारी रहेगी।