भिलाई |विपत्ति से पीड़ित जनमानस को निशुल्क कानूनी सहायता, न्याय सहज सरल तरीके से समाज के अंतिम व्यक्ति को सफलता से उपलब्ध कराने की पहल सामाजिक कार्य एवं सेवाके लिए सदैव अग्रणी आस्था संस्था के कार्यक्रम संयोजक मनोज ठाकरे ने जानकारी देते हुए बताया |आस्था संस्था लगभग ढाई दशकों से दिव्यांग को संभल प्रदान करने उन्हें ट्राई साइकिल और जरूरी सामग्री वाइट करती है साथी विगत 18 साल में अनेक दिव्यांग जोड़ों का विवाह रूप से निशुल्क करवाया इसी प्रकार आस्था संस्था सीनियर सिटिजन होम के माध्यम से वृद्ध जनों की सेवा विगत 10 वर्षों से कर रही है ,और लावारिस लाशों का संस्कार आस्था के संस्थापक प्रकाश गेडाम बखूबी कर रहे हैं और अंगदान के माध्यम से मेडिकल कॉलेज में लगने वाले छात्रों के अध्ययन के लिए अनेक लोगों को देहदान के लिए प्रेरित कर मरणोपरांत उनके शव को एम्स हॉस्पिटल रायपुर मेकाहरा हॉस्पिटल रायपुर शंकराचार्य हॉस्पिटल रूम का डेंटल कॉलेज को प्रदान किया गया संस्था नेत्रदान के साथ-साथ रक्तदान के कार्य को भी बढ़कर करती है|
वर्तमान में परिवारों में आपस में छोटे-छोटे मामले को लेकर खींचातानी झगड़ा घरेलू हिंसा दहेज आदि ऐसे मामलों को लेकर परिवार में दूरियां बढ़ती जा रही है इसके अनेक मामले आस्था संस्था के पास कई सालों से आ रहे हैं|
वर्तमान समय में सामान्य लोगों के परिवार में वाद विवाद घरेलू हिंसा दहेज पराक्रम शराब नशाखोरी सट्टा जुआ से पीड़ित महिलाओं को शीघ्र कानूनी न्याय आर्थिक तंगी के चलते नहीं मिलने से परिवारों में दरार आती है सही परामर्श नहीं मिलने के कारण उन्हें नया मिलने में काफी लंबा समय लगता है|
आस्था संस्था ऐसी मानव समस्या के समाधान शीघ्र सहेज मिलने के लिए|आस्था संस्था के पदाधिकारी ने इन सब मामलों को देखते हुए आज एक महत्वपूर्ण बैठक में आशा संस्था के पदाधिकारी एवं हित शिक्षक सदस्यों में एक प्रस्ताव पारित किया |जिसमें आस्था संस्थान सेक्टर 2 में पारिवारिक दृष्टि से समस्या ग्रस्त महिला पुरुषों के लिए परामर्श देने के लिए आस्था परामर्श केंद्र प्रारंभ करने के लिए सदस्यों ने समर्थन दिया और प्रस्ताव पारित किया गया |आस्था परिवार परामर्श केंद्र शीघ्र जून माह में प्रारंभ होगा जिसमें विशेषज्ञ काउंसलर अधिवक्ता महिला पुरुष एवं आस्था संस्था के सदस्य अपनी सेवाएं देंगे|
इस परिवार परामर्श केंद्र का उद्देश्य व्यक्ति को भविष्य की समस्याओं को हल करने में मदद करना और व्यक्ति को परामर्श देना उनकी समस्या को निजात दिलाना|इस अवसर पर वॉरिड सामाजिक कार्यकर्ता रत्ना नारंग देव ने कहा अत्याचार पारिवारिक विवाद से निजात दिलाना एक मानव धर्म जैसा कार्य है|
सामाजिक कार्यकर्ता मनोज ठाकरे की पहल पर सेक्टर 2 आस्था संस्था में जून माह में प्रारंभ किए जाने वाले आस्था परिवार परामर्श केंद्र की स्थापना एवं उसकी व्यवस्था के लिए पूर्ण जिम्मेदारी ली है उन्होंने बताया कि आस्था परिवार परामर्श केंद्र दुर्ग जिला विधिक साक्षरता प्राधिकरण के साथ-साथ महिला बाल विकास विभाग कुटुंब न्यायालय से इस केंद्र के लिए सहयोग एवं प्रशिक्षण मांग कर आस्था परिवार परामर्श केंद्र इन युवकों से सब्घ,होगा
आगामी प्रारंभ होने वाले आस्था परिवार परामर्श केंद्र के लिए संचालन समिति का गठन किया
पंडित एडवोकेट श्रीमती विवाह मिश्रा-काउंसलर,एडवोकेट मंजू दास-काउंसलर,सुश्री नीता चौरसिया-(काउंसलर ),संयोजक कोऑर्डिनेटर-मनोज ठाकरे सामाजिक कार्यकर्ता,महिला संयोजक-श्रीमती रत्ना नारम देव सामाजिक कार्यकर्ता एवं,पूर्व एल्डरमैन दुर्ग निगम,सहसंयोजिका-श्रीमती सरिता शर्मा,सलाहकार व्यवस्थापक-प्रकाश गेडाम आस्था,अध्यक्ष,वरिष्ठ सलाहकार,डॉक्टर अरुण शर्मा,सलाहकार-जितेंद्र हासवानी
इस अवसर पर आस्था कार्यालय में संस्था अध्यक्ष प्रकाश गेडाम, संयोजक मनोज ठाकरे, श्रीमती रत्ना नारम देव श्रीमती सरिता शर्मा पंडित एडवोकेट श्रीमती विभा मिश्रा, जितेंद्र हासवानी डॉ अरुण शर्मा
आस्था के सदस्य शशिकांत दुबे, कपिल देव गिरी के अलावा हित चिंतक सदस्य उपस्थित थै