भिलाई इस्पात संयंत्र के निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के सहयोग से महिला सशक्तिकरण कौशल विकास योजना के तहत श्रमिक क्षेत्र कैम्प-1, भिलाई में “त्रैमासिक जूट शिल्प प्रशिक्षण शिविर” का उदघाटन 03 मई 2024 को मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित संयंत्र के महाप्रबंधक प्रभारी (प्लांट गैरेज) श्री बी डी बाबू द्वारा किया गया।
मुख्य अतिथि श्री बी डी बाबू ने कहा कि देश के विकास के साथ-साथ हमारे संयंत्र के संचालन में महिलाओं की हमेशा से अहम भूमिका रही है। महिलाएं जब घर के प्रत्येक कार्य को कुशलतापूर्वक प्रबंधित कर सकती हैं तो वे किसी भी काम को करने में सक्षम है। आज महिलाएं इस जुट शिल्प प्रशिक्षण को प्राप्त कर एवं इसे स्वरोजगार के रूप में अपनाकर कैम्प क्षेत्र की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बनेंगी तथा अन्य लोगों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराएँगी। उन्होंने महिला सशक्तिकरण हेतु मुख्य महाप्रबंधक (टीएसडी एवं सीएसआर) श्री जे वाय सपकाले तथा महाप्रबंधक (सीएसआर) श्री शिवराजन नायर के मार्गदर्शन में सीएसआर विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड से संयोजन प्रमुख श्री सी एस केहरी ने प्रशिक्षण शिविर आयोजन के उद्देश्य को रेखांकित किया। इस कार्यशाला के तहत गांव की महिलाओं को जूट हस्तशिल्प की प्रशिक्षिका श्रीमती भुवनेश्वरी साहू द्वारा तीन महीने तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। श्री सी एस केहरी एवं प्रशिक्षिका श्रीमती साहू ने जूटशिल्प के विविध पहलू एवं इसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) श्री सुशील कामड़े ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत करते हुए विभागीय गतिविधियों पर प्रकाश डाला। प्रशिक्षण के दौरान सभी महिलाओं को तीन महीने की अवधि तक 3,000/- रुपये मासिक स्टाइपेड (मानदेय) भी दिया जाएगा।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रजनी रजक ने तथा धन्यवाद ज्ञापन उप प्रबंधक (सीएसआर) श्री कमलकांत वर्मा ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड से श्री शरद साहू, श्री नितेश तराने, श्री मनोज तथा श्री चितलेख साहू तथा सीएसआर विभाग से श्री बुधेलाल ने विशेष योगदान दिया। उद्घाटन समारोह में प्रशिक्षार्थियों सहित आसपास के गांव की महिलाएं भी उपस्थित थी।