अपने बच्चों को खेल में डालने से कतराने लगे है लोग
भिलाई। खेल संघों की करतूतों से अब लोग अपने बच्चों को खेल में डालने से अब कतरान लगे हैे। दिल्ली से लेकर भिलाई तक खिलाडियों का यौन शोषण और खेल को राजनीति अखाडा बनाने व खिलाडियों के मर्डर करवाने तक करवाकर उस मामले को दबाने का मामला सामने आने से अब लोग अपने बच्चों को खेलों में भेजने से कतराने लगे है।
मृतक सिरान
इसका जीता जागता उदाहरण एक बार फिर सामने आया
है। जहां दिल्ली में महिला खिलाडियों के यौन शोषण को लेकर खिलाडियों ने धरना प्रदर्शन तक किया। वही गत कुछ साल पहले भिलाई में भी महिला खिलाडियों को सेल्क्शन के लिए यौन शोषण का मामला सामने आया था जो बहुत ही सुर्खियों में था। अब एक और मामला सामने आया है हैण्डवाल खिलाडी सिरान के मर्डर का जिसकों असम के गुवाहाटी में होने वाले प्रतियोगिता में भाग लेने अन्य खिलाडियों के साथ सेल्कशन किया गया था, लेकिन उसको वहां तक पहुंचने
नही दिया गया और उसे गत 25 मार्च 2023 को हावडा में चांदमारी घाट गंगा नदी के पास ले जाकर उसका मर्डर करवा दिया गया और इस मामले को मिली भगत कर दबवाने के साथ पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी दूसरे का देकर मामले का लीपा पोती कर दिया गया। उक्त बातें पत्रकारों से अपनी पीडा बयां करते हुए हैण्डबॉल खिलाडी सिरान के पिता मो जावेद खान ने कही।
उन्होंन आगे बताया कि क्योंकि मेरे पूत्र की उम्र 15 साल थी लेकिन पोस्टर्माटम रिपोर्ट में 35 साल का बताया गया। वहीं पानी में डूबने से मौत होना बताया गया लेकिन पोस्टमार्टम के दौरान सिरान के पेट से मात्र साढ़े 3 सौ ग्राम ही पानी निकला जबकि डूबकर मरने वालों के पेट से कम से कम पानी साढे तीन लीटर निकलता है। कोलकाता पुलिस द्वारा हमे जो दस बारह फोटो दिखाया गया था उसमें साफ साफ गर्दन व उसके शरीर के कई स्थानों पर चोट के निशान दिखाई दे रहे है। मैं पिछले एक साल से अपने इकलौते पुत्र सिरान का हुए मर्डर के न्याय के लिए कोलकाता से लेकर भिलाई तक भटक रहा
हूं लेकिन कही कोई सुनवाई नही हो रही है। इस मामले में हैण्डबॉल एसोसिएशन की पूरी जिम्मेदारी बनती है लेकिन वह इस मामले में अपना पल्ला झाड कर चुपचाप हाथ पर हाथ धरे बैठी है। हैण्डबाल खिलाडी सिरान के पीडित पिता
मोहम्मद जावेद खान सेक्टर चार निवासी ने छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा से न्याय की गुहार लगाई है ।
मीडिया से बातचीत करने के सिरान के पिता ने कलकत्ता पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते बताया कि मेरे बेटे की हत्या हुई है लेकिन पुलिस पैसे लेकर आरोपियों को बचा रही है,,वही उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट जो पुलिस ने प्रस्तुत की है वो पोस्टमार्टम उनके बेटे की नही है क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बॉडी की उम्र 35 वर्ष बताई गई है जबकि उनका बेटा
15 वर्ष का था,वही पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दिखाई दे रहा है कि मरचुरी में बॉडी लाये जाने का समय 26 मार्च 2023 की शाम साढ़े 6 बजे दर्ज है जबकि सिरान की बॉडी पुलिस ने 26 मार्च को रात 8:30 बजे मिलने की बात कही है,जिससे प्रतीत हो रहा है कि 2 घंटे पहले किसी और कि बॉडी रिकवर की गई
थी जिसकी यह रिपोर्ट है मृतक के पिता बताते है कि जब वहा अपने बेटे की फ़ोटो देखी थी तो पुलिस के पास 7 से 8 फ़ोटो थी,जिसमे साफ साफ दिखाई दे रहा था की पेट के दाहिनी
हिस्से में चोट के निशान थे उसके साथ ही गर्दन के पास भी चोट के निशान थे,जिसको देखकर यह साफ साफ बताया जा सकता था कि उसके साथ अपहरण कर
मारपीट करके हत्या की गई थी,लेकिन पैसे और वहाँ की राजनैतिक दबाव में मेरे बेटे की हत्या को नदी में डूबकर मौत होने को दर्शाने के लिए दूसरे व्यक्ति की पोस्टमार्टम रिपोर्ट लगाकर मामले में लीपापोती कर दी गई।
मो.जावेद ने आगे बताया कि कोलकाता की पुलिस सहयोग नही कर रही है, आरटीआई में आवेदन लगाने के बाद भी न ही पुलिस सीसीटीवी फुटेज दे रही है और न ही उसका फोटोग्राफ । पुलिस साफ कह रही है कि हमारे पास फोटो नही है,
सीसीटीवी फुटेज नही है। हावडा स्टेशन के बाहर किस प्रकार मेरे पुत्र से साथी कुछ खिलाडियों द्वारा मारपीट की गई है उसका सीसीटीवी फुटेज मेरे पास है, उसको दिखाने के बाद भी कोई कार्यवाही नही की जा रही है। चांदमारी घाट में चारों ओर सीसीटीवी कैमरा लगा है, उसका फुटेज देखने पर साफ पता चल जायेगा कि मेरे पुत्र के साथ किस किसने कैसे मारपीट की है और उसका मर्डर केसे करते हुए उसे नदी में फेक दिया गया हैं। लेकिन वहां की पुलिस इसपर कोई कार्यवाही नही कर रही हेै। मेरे पुत्र सिरान के साथ जाने वाले व जिनके साथ जो उसके साथी खिलाडी व कोच मारपीट किये और उसे चांदमारी घाट में छोडकर खेलने गुवाहाटी चले गये उनसे पूछताछ करना था लेकिन वहां की पुलिस ने उनको बिना पूछताछ किये क्यों छोड दी। उन्होनें अपनी और पीडा
बताते हुए कहा कि हावडा के न्यायालय में केस करने के लिए वहां को कोई भी वकील केस लेने से इंकार कर रहा है कि हम यहां के सरकार व पुलिस के खिलाफ नही जायेंगे। आप बंगाल के बाहर वाले हो हमसे आपसे कोई मतलब नही है। मो जावेद खान ने अपने पुत्र के हत्या के इस मामले को सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।