डेमेज मकानों को तोड़े,लाइसेंस पद्धति पर अवैध कब्जे वाले मकानों को करें एलाट:देवेन्द्र यादव
डबल इंजन की सरकार लोगों को उजाड़े नहीं, बल्कि बसाए: परघनिया
14 सूत्रीय मांगों का मांगपत्र बीएसपी अफसर गर्ग को सौंपा
भिलाई। बीएसपी नगर सेवा विभाग के मुख्य कार्यालय के बाहर सिविक सेंटर स्टेडियम के पास आज ब्लाक कांग्रेस कमेटी 3,4,5 लीज संघर्ष समिति, छत्तीसगढ़ आदिवासी मातृशक्ति संगठन,बीएसपी संयंत्र के पूर्व कर्मचारियों ने आज 14 सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया। धरने को समर्थन देने युवा विधायक देवेन्द्र यादव भी धरना स्थल पहुंचे और वहां बैठे सभी बीएसपी के पूर्व कर्मचारियों व कांग्रेसजनों द्वारा की जा रही मांगों का अपना पूर्ण समर्थन दिया।
युवा विधायक श्री यादव ने कहा कि शुरु से ही बीएसपी मैनेजमेंट घरों के सिवरेज, स्वच्छ पेयजल, नाली की सफाई के अलावा बैक लाईन की सफाई और सिवरेज के गटर में ढक्कन होने चाहिए वह नहीं है। जो आवास क्षतिग्रस्त अवस्था में है उसे डैमेज घोषित कर डिसमेंटल करें। बरसात में किसी भी को बेघर नहीं करना चाहिए। लेकिन बीएसपी प्रबंधन बिना चर्चा किए लगातार कार्यवाही कर रहा है। इस तरह की खानापूर्ति को बंद करें और ढुलमूल रवैय्या ना अपनाएं। राज्य सरकार द्वारा क्षेत्र में जो विकास कार्य होने है उन्हे एनओसी देने का काम बीएसपी प्रबंधन करें ना कि उसे ईशू बनाएं। चूंकि भिलाई की दशा दिनप्रतिदिन दल्लीराजहरा व अहिवारा से भी बदत्तर हो रही है। प्रबंधन जागे और शासन स्तर के सभी लाभ क्षेत्र के लोगों को दिलाने आगे आए। पिछले कई दशकों से भिलाई टाऊनशिप में एक गैंग काम कर रहा है। चाहे वो शासन हो या कोई भी राजनीतिक दल का या बीएसपी का अफसर उसकी मिलीभगत से क्वार्टरों में कब्जा व अवैध वसूली का काम संभव नहीं है। भिलाई की जो पहचान है वह खूबसूरत शहर के रुप में है। जिन घरों में कब्जा है उन घरों को मेरी मांग है कि लाईसेंस पद्धति पर देकर कब्जे से मुक्ति दिलाई जाए और कौन-कौन लोग अवैध कब्जा कर रह रहे है उनका डेटा व डिटेल बीएसपी प्रबंधन अपने पास रखें।
राहुल गांधी मामले पर श्री यादव ने कहा कि सदन में राहुल गांधी चूंकि हमारे युवा नेता है उन्होने धर्म गुरुओं की जो तस्वीर दिखाई जिनमें भगवान शंकर जी, ईशामसीह, गुरुनानक देव जी,उसमें एक हाथ बना हुआ है जो कि प्रेम सद्भाव को दर्शाता है। और सभी गुरुओं ने हिंसा का पाठ नहीं पढ़ाया, भाजपा धर्म के नाम पर हिंसा फैलाने का काम कर रही है और उसे बढ़ाने का काम कर रही है।
लीज संघर्ष समिति के नेता राजेन्द्र परघनिया ने कहा कि 1986 में इस बीएसपी प्लांट में 61 हजार कर्मचारी काम करते थे। आज मात्र 16 हजार है। हम 14 सूत्रीय मांगों को लेकर आज एक दिवसीय प्रदर्शन नगर सेवा विभाग के सामने किए है। हमारी मांगे यदि नहीं मानी जाएगी तो इस्पात भवन की ओर कूच करेंगे। मुख्य महाप्रबंधक नगर सेवा विभाग के नाम हमने अपना ज्ञापन सौंपा है। टाउनशिप में हर गरीब व्यक्ति को रहने व जीने का अधिकार है। डबल इंजन की सरकार लोगों को उजाड़ने से ज्यादा बसाने का काम करें। लगातार टाउनशिप में लोगों को बेदखल किया जा रहा है। तत्कालीन जीएम नगर सेवा विभाग आलोक झा जब पद में थे तो उनका भी कहना और सोचना था कि जो लोग हमारे घरों में झाड़ू-पोंछा व पहरेदारी का काम करते है उन्हे भी इस टाउनशिप में जीने व रहने का अधिकार है। हमारी मांग है कि लाइसेंस पद्धति पर लोगों को जो आवास कब्जे में उन्हे दिया जाए। रिटेंशन आवासों में रहने वाले पूर्व कर्मचारियों से जो राशि लाखों रुपए ली जा रही है, उसे कम किया जाए। आज के प्रदर्शन में पार्षद सीजू एंथोनी, लक्ष्मीपति राजू, साकेत चंद्राकर,पार्षद नोमीन साहू,मालती ठाकुर,एकांश बंछोर, गुरलीन सिंह, रोहन अग्रवाल,मालवीय महेश, गौरव, चंद्रकला, तारा,देवेन्द्र सोनी, पीआर वर्मा, पूर्व पार्षद सूर्यकांत सिन्हा, सौरभ दत्ता, पंकज पाल, हरिशचंद सिंह सहित बड़ी संख्या में एनएसयूआई, युवक कांग्रेस, लीज संघर्ष समिति व पूर्व संयंत्र कर्मी के परिजन व महिलाएं शामिल हुई।