ACC (अडानी) सीमेंट जामुल के ख़िलाफ़ युवाओं में आक्रोश, 25 जून से रोज़गार सत्याग्रह का होगा आग़ाज़

  • आर-पार के मूड में युवा और किसान, आसपास के 35 गाँव से भी युवा व किसान जामुल के लिए होंगे
  • रवाना,राशन व रुकने के लिए टैंट हाऊस की भी तैयारी
  • छह चरणों के इस आंदोलन का 25 जून से होने जा रहा है आगाज़
  • अंतिम चरण में शामिल होंगे देश के जानेमाने युवा मज़दूर व किसान नेता।

जामुल।अहिवारा विधानसभा क्षेत्र के युवा व किसान हजारों की संख्या में जामुल की तरफ कूच करने की तैयारी में हैं। चूँकि 25 जून को युवा नेता ईश्वर उपाध्याय ने एसीसी सीमेंट (अडानी) जामुल के खिलाफ ‘रोज़गार सत्याग्रह आन्दोलन’ का ऐलान किया है। ऐसे में हजारों की संख्या में युवा व किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में सवार होकर जामुल की ओर बढ़ने की तैयारी में हैं।जामुल में युवा व किसान रोज़गार व अन्य विषयों को लेकर आंदोलन करने जा रहे हैं। भारी लवाजमे के साथ युवा व किसान आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। विभिन्न संगठनों सहित स्थानीय युवाओं नें रोज़गार सहित कई मांगों को लेकर एक बार फिर सरकार व एसीसी सीमेंट (अडानी) जामुल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।ज्ञात हो कि एसीसी सीमेंट (अडानी) फ़ैक्ट्री जामुल में स्थानीय युवाओं को शत प्रतिशत रोज़गार उपलब्ध कराने एवं अन्य माँगों को लेकर कुछ दिन पूर्व ईश्वर उपाध्याय के नेतृत्व में सैकड़ों नगरवासी दुर्ग कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुँच ,कलेक्टर को ज्ञापन सौंपे थे और साथ ही एक हफ़्ते के भीतर सकारात्मक पहल नहीं होने पर 25 जून मंगलवार से रोज़गार सत्याग्रह आंदोलन शुरू करने की चेतावनी भी दी थी ।ईश्वर उपाध्याय ने बताया क्षेत्र में ए. सी. सी. (अडानी) सीमेंट प्लांट स्थापित है, परंतु उक्त प्लांट में स्थानीय युवाओं को रोज़गार के समुचित अवसर नहीं दिया जा रहा है संयंत्र प्रबंधन द्वारा अधिकारी/ प्रशासनिक या प्रबंधन की ओर से सीधी भर्ती तो दूर ठेका श्रमिकों में भी स्थानीय जन की लगातार उपेक्षा की जा रही है, जिससे क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर असंतोष व्याप्त है। प्रबंधन द्वारा बाहरी ठेकेदारों को अलग अलग काम के लिए ठेका प्रदान किया जा रहा है और वह ठेकेदार अन्य राज्यों से अपने साथ मज़दूर लाकर जामुल स्थित प्लांट में काम करवा रहे हैं जिससे स्थानीय लोगों को मज़दूरी जैसे काम में भी उपेक्षित किया जा रहा है जामुल व आस पास के युवाओं का आधार कार्ड देखते ही उन्हें वापस कर दिया जाता है काम नहीं दिया जाता ऐसे में स्थानीयजन जाएं तो जाएँ कहाँ, संयंत्र से होने वाले प्रदूषण व दुष्परिणामों को स्थानीय जन झेलते हैं और रोज़गार का अवसर किसी दूसरे को मिल रहा है।इन्हीं सभी विषयों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था, माँग पूरी नहीं हुई है तो 25 जून 2024, दिन मंगलवार से छह चरणों में रोज़गार सत्याग्रह आंदोलन प्रारंभ किया जा रहा है ।ये हैं आंदोलन के मुख्य विषय*स्थानीय जनों को शत प्रतिशत रोज़गार में प्राथमिकता, किसानों की भूमि अधिग्रहण किसानों के शर्तों के अनुसार हो, संयंत्र से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित किया जाए, संयंत्र अपना पार्किंग यार्ड बनाए, सड़कों पर बेतरतीब ट्रकों की पार्किंग न हो, प्रदूषण के परिणाम स्वरूप हो रहे स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों के लिए समुचित चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराए, संयंत्र के भीतर व बाहर बढ़ते आपराधिक मामले व आपराधिक गतिविधियों पर तत्काल लगाम लगाए।छह चरणों में हैं आंदोलन की रणनीति, शामिल होंगे देश के जानेमाने युवा मज़दूर व किसान नेता प्रथम चरण- धरना प्रदर्शन (केवल 25 लोगों द्वारा) द्वितीय चरण – अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शनतृतीय चरण-क्रमिक भूख हड़तालचतुर्थ चरण-आमरण अनशनपंचम चरण-प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम खून से लिखा माँग पत्र 10 हज़ार लोगों द्वारा षष्ठम चरण- समीपस्थ ग्राम व नगरवासियों द्वारा 25000 (पच्चीस हज़ार) से अधिक की संख्या में स्थानीय जन के साथ संयंत्र के सभी प्रवेश द्वार व ए. सी. सी. कॉलोनी के प्रवेश द्वार के सामने अनिश्चित क़ालीन प्रदर्शन किया जायेगा, जिसमें देश के जाने माने युवा, मज़दूर व किसान नेता भी शामिल होंगे।

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