- मुक्तानंद के हत्या के मामले में नेवई पुलिस ने दीपक यादव और उसके दोस्त संतोष साहू को लाश मिलने के कुछ देर बाद हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि मृतक से मारपीट करने की बात स्वीकार कर ली है
दुर्ग |दुर्ग के नेवई थाना क्षेत्र के स्टेशन मरोदा में मानसिक विक्षिप्त को डंडे से पीट पीटकर मौत की घाट उतारा दिया गया। विक्षिप्त ने बिना किसी कारण से आरोपी के रिश्तेदार को डंडे से मार दिया जिसके बाद आरोपी और एक अन्य युवक ने विक्षिप्त की इस कदर पीटा की उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी लोगों को आज स्टेशन मरोदा के लालता प्रसाद चौक पर विक्षिप्त व्यक्ति की लाश मिलने पर हुई।
इस मामले में नेवई पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया। जिसमें उन्होंने हत्या करना स्वीकार किया है। मृतक की शिनाख्त मुक्तानंद यादव (45 वर्ष) के रूप में हुई है। मुक्तानंद पिछले 11 साल से मानसिक रोगी है उसके माता-पिता उतई क्षेत्र में रहते हैं। वहीं मुक्तानंद की पत्नी और तीन बच्चे स्टेशन मरोदा में लालता प्रसाद चौक के पास रहते हैं। नेवई थाना प्रभारी आनंद शुक्ला ने बताया कि मृतक मुक्तानंद की पत्नी स्टेशन मरोदा में अपना घर बनवा रही है। इसे देखने सोमवार की शाम को उसका रिश्तेदार धनुष यादव आया हुआ था। इसी दौरान वहां पर अचानक मुक्तानंद यादव आ गया और बिना कुछ बात किए धनुष यादव को डंडे से पीटने लगा। आसपास मौजूद लोगों ने किसी तरह मुक्तानंद को पकड़कर अलग किया।
पिता धनुष यादव को मुक्तानंद द्वारा बेवजह डंडे से पीटने को लेकर बेटा दीपक यादव आग बबूला हो गया। उसने अपने दोस्त संतोष साहू को साथ लेकर मुक्तानंद की तलाश शुरू कर दी। देर रात मुक्तानंद उन्हें लालता प्रसाद चौक पर मिल गया। दीपक और संतोष ने डंडे से मुक्तानंद की बेरहमी से पिटाई कर दी। पिटाई से जब मुक्तानंद अधमरा हो गया जिसके बाद दोनो आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने दोनो आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है । वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट के आधार पर हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा। पुलिस इस मामले का लेकर खुलासा करेगी।