- CCET ने प्रतिष्ठित नैक “ए” ग्रेड किया हासिल।
भिलाई।CCET हाउसिंग बोर्ड स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज के वाइस चेयरमैन रेव फादर डॉ.पी.एस. वर्गीस ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि हमारा कॉलेज 1998 में शुरू हुआ था BIT के बाद हमारा कॉलेज दूसरे नंबर में प्रदेश में स्थापित हुआ। सेंट थॉमस मिशन के द्वारा हम स्कूल व कॉलेज रायपुर व भिलाई में रन कर रहे हैं ।
जिसमें एमजीएम स्कूल सेक्टर 6 एमजीएम पब्लिक स्कूल शांति नगर जैसी 34 संस्था एजुकेशन क्षेत्र में हम रन कर रहे है ।सम्मानित स्वर्गीय गौरवशाली बिशप एच.जी. डॉ. स्टेफानोस मार थियोडोसियस की सोच थी कि,हमें कम खर्च में सबको अच्छी शिक्षा प्रदान करना है ,इसी उद्देश्य को लेकर हमारी संस्था काम कर रही है। प्लेसमेंट में भी अभी हाल ही में भिलाई में 20 से अधिक युवाओं का प्लेसमेंट कराया जा चुका है ,हमारा लक्ष्य 100 से अधिक प्लेसमेंट करना है।
हमारे यहां सर्व सुविधा युक्त लाइब्रेरी की सुविधा है ,बॉयज एंड गर्ल्स हॉस्टल अलग-अलग हमारे कैंपस में ही मौजूद है ,50% माइनॉरिटी के लिए हमारे कॉलेज में सीट रिजर्व है, 35 एकड़ में हमारा कॉलेज स्थापित है क्वालिटी एजुकेशन हमारा देना मकसद है। आने वाले समय में हम एमबीए , बीसीए,एग्रीकल्चर ,मेडिकल के क्षेत्र में भी हम नए कोर्स पारंभ करने जा रहे हैं। कॉलेज कैंपस में एक स्कूल को भी रन कर रहे हैं जिसमें केजी 2 से लेकर पीएचडी की डिग्री एक छत के नीचे ले सकते हैं, हमारे यहां जो भी कॉलेज प्रवेश हो रहा है उसमें कोई डोनेशन नहीं है नहीं कोई पेमेंट सीट की समस्या है शासन की जो फीस है उसके अलावा हमारे मिशनरी में उत्कृष्ट अंक पाने वाले विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप की सुविधा प्रदान का रहे है ।
अब तक हमारे पास केरल, साउथ व नॉर्थ इंडिया, छत्तीसगढ़ के बच्चे हमारे कॉलेज में लगातार प्रवेश ले रहे हैं। और बच्चों को बेहतर सुविधा मिले इसका हमारी संस्था ध्यान दे रही है।सम्मानित स्वर्गीय गौरवशाली बिशप एच.जी. डॉ. स्टेफानोस मार थियोडोसियस द्वारा 1998 में स्थापित क्रिश्चियन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीसीईटी), कैलाशनगर, भिलाई ने अपनी विरासत में एक और उल्लेखनीय उपलब्धि जोड़ दी है। पिछले वर्ष इसने ढेर सारी उपलब्धियों के साथ अपनी स्थापना के गौरवशाली 25 वर्ष पूरे किये हैं। हाल ही में NAAC द्वारा प्रतिष्ठित ‘ए’ ग्रेड से मान्यता प्राप्त, सीसीईटी छत्तीसगढ़ के सबसे पुराने और प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों में से एक है, जो शिक्षा और बुनियादी ढांचे में उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
इसमें एक विश्व स्तरीय परिसर है जिसमें चारों ओर फैले हरे-भरे और अच्छी तरह से सुसज्जित लॉन और शांतिपूर्ण वातावरण है जो गहन शिक्षण अनुभव के लिए एक आदर्श सेटिंग प्रदान करता है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा अनुमोदित और छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (सीएसवीटीयू) से संबद्ध, कॉलेज मैकेनिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक कार्यक्रम प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, यह मैकेनिकल इंजीनियरिंग में सीएडी/सीएएम और रोबोटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार इंजीनियरिंग में नैनोटेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में हाई वोल्टेज में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रदान करता है। विशेष रूप से, सीसीईटी अनुसंधान और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार इंजीनियरिंग, एप्लाइड गणित और एप्लाइड फिजिक्स में पीएचडी कार्यक्रम भी प्रदान करता है।
भविष्य को देखते हुए, सीसीईटी आगामी शैक्षणिक सत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (एमसीए) और डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू करके अपने शैक्षणिक क्षितिज का विस्तार करने के लिए तैयार है। यह रणनीतिक पहल उभरती प्रौद्योगिकियों से अवगत रहने और बढ़ती शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सीसीईटी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
यह संस्थान गैर-लाभकारी आधार पर चल रहा है और समाज के लाभ और कल्याण के लिए काम कर रहा है। संस्थान आर्थिक रूप से गरीब और विद्वान छात्रों के लिए 10 से अधिक विभिन्न छात्रवृत्तियाँ प्रदान करता है। इसमें लड़कों और लड़कियों के लिए 200-200 बिस्तरों की क्षमता वाली छात्रावास सुविधा है। इसके अलावा इसमें कैंटीन, आउटडोर गेम्स के लिए बड़ा खेल का मैदान, इनडोर गे…