NEET परिक्षा मामले में संजारी बालोद MLA संगीता ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

  • परिक्षा में शामिल परिक्षार्थियो को मिले बोनस अंक या पुनः परिक्षा देने का दे मौका
  • NTA के महानिदेशक को भी किया पत्राचार
  • 400 परिक्षार्थियो का ये विषय विस में उठाऊंगी
  • सीएम वा नौकरशाहों की चुपी संदेह के घेरे में

भिलाई।संजारी बालोद विधायक संगीता सिन्हा छत्तीसगढ़ के राज्यपाल महामहिम महोदय विश्वभूषण हरिचंदन को बालोद जिले के 400 से अधिक परिक्षार्थियो जिनके द्वारा NTA NEET 2024 की परीक्षा में गलत प्रश्न पत्र के वितरण के मामले को लेकर कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल MLA श्रीमती सिन्हा के नेतृत्व में एक ज्ञापन सौपा ।मेरे विधानसभा क्षेत्र में 5 मई 2024 को NEET परीक्षा आयोजित थी ।स्वामी आत्मानंद उत्कर्ष हिंदी माध्यम विद्यालय ,शासकीय बालक आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के नाम पर परीक्षा केंद्र ,केंद्र क्रमांक 170,501 बनाया गया था, परीक्षा के शुरू में परिक्षार्थियो को जो प्रश्न पत्र वितरण किया गया, उसे परीक्षा प्रारंभ होने के 50 मिनट पश्चात वापस लेते हुए ये कह कर दूसरा प्रश्न पत्र वितरित किया गया की त्रुटिवश पहले गलत प्रश्न पत्र वितरित हो गया था। इस पूरे घटनाक्रम के बाद से परिक्षार्थियो का जो नुकसान हुआ, 50 मिनट के बदले केंद्राध्यक्ष से अतिरिक्त समय दिए जाने का निवेदन भी किया गया था, लेकिन इन परिक्षार्थियो को अतिरिक्त समय नही दिए बिना परीक्षा समाप्ति हेतु निर्धारित समय पर ही केंद्राध्यक्ष के निर्देश अनुसार पर्यवेक्षकों द्वारा परिक्षार्थियो से उतर पुस्तिका जमा करा ली गईं ।राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में इस तरफ की घोर लापरवाही परिक्षार्थियो के भविष्य के साथ सीधे तौर पर खिलवाड़ है ।जिसकी जॉच किया जाना आवश्यक है ।इस मामले में परिक्षार्थियो एवं पालकों में भारी काफी रोष देखा जा रहा है। इनके साथ हुई भरपाई को देखते हुए प्रभावित परिक्षार्थियो के लिए पुनः परिक्षा आयोजित किया जाए या फिर उन्हें छती हुए समय के बदले बोनस अंक दीया जाना न्याय संगत होगा इस मामले को लेकर राष्ट्रीय परिक्षण एजेंसी (NTA) नई दिल्ली के महानिदेशक को भी मेरे द्वारा चिट्ठी लिखी गई है ।श्रीमती सिन्हा ने आगे कहा की प्रदेश के मुखिया सीएम विष्णु देव साय का इस गंभीर विषय पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया या क्रिया ना आना सीधे तौर पर शिक्षित बेरोजगारों के साथ धोखा देना प्रतीत होता है युवा परिक्षार्थियो वा पालकों को भारी उम्मीद रहती है ,की NEET की परीक्षा उत्तरिण कर उनका बच्चा देश राज्य व समाज को बेहतर डॉक्टर बन कर लोगो को अच्छी सेवा कर बेहतर इलाज कर लाभ पहुंचा सकते है ।साय साय की सरकार में बैठे नौकरशाहों ने भी इस पूरे मामले में चुप्पी साधी हुई है ।चुकी बालोद जिले में NEET की परीक्षा पहली बार आयोजित हुई और पहले बार ही NEET की परिक्षा में गड़बड़ झाला देखने को मिला इस तरह की पुनः वृत्ति ना हो राज्य सरकार वा उसकी एजेंसियां इस पर ध्यान दे ये पूरा मामला मेरे द्वारा विधानसभा में भी उठाया जाएगा चुकी ये सीधे तौर पर 400 परिक्षार्थियो से जुड़ा हुआ विषय है ,और गंभीर विषय है में पालकों व छात्रो के इस संघर्ष में में हमेशा साथ खड़ी रहूंगी।

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